Hindi kahaniya :-
* जग्गु पहलवान *
एक बार रामपुर गांव मे राजा नें ऐलान करवाया की गॉव मे कुस्ती के खेल का आयोजन किया जायेगा ।। ये ऐलान सुन कर रामपुर गाव मे चारो तरफ ख़ुशी का माहोल था ।। क्युंकी रामपुर गॉव के लोगो को कुस्ती का खेल बहुत पसंद था ।। रामपुर गाव मे कुस्ती के खेल का आयोजन किया जा रहा था ।। दूर- दूर से पहलवान कुस्ती के खेल मे भाग लेने के लिए रामपुर गाव पहुँच रहे थे।। वहां जहानपुर गांव का जग्गु पहलवान भी कुस्ती के खेल मे भाग लेने के लिए रामपुर गांव पहुंच गया था ।।
वो आस - पास के इलाके का सबसे तगड़ा पहलवान था ।। लेकिन उसके बारे मे ये अफवा फ़ैल रही थी कि वो हमेशा बईमानी से जीतता है ।। लेकिन आज तक कोई भी ये बात साबित नहीं कर पाया था ।। आंखिर वो दिन आया जब कुस्ती का खेल आरम्भ होना था ।। दूर - दूर के गांव से भी बहुत से लाेग कुस्ती का खेल देखने रामपुर गांव पहुंचे थे ।। राजू और उसके दोस्तों भी महराज के साथ ही कुश्ती का खेल देखने आये ।।
राजू भी कुश्ती मे भाग लेने वाला था ।। खेल शुरु हुआ पहला मुकाबला ही जहानपुर गांव के जग्गु पहलवान और सीतापुर गाँव के राका पहलवान के बीच हुआ लेकिन जग्गु ने ये मुकाबला थोड़ी देर मे ही जीत लिया ।। खेल आगे बढता रहा और जग्गु अपने सारे मुकाबले जीतकर फाइनल मे पहुंच गया |
यहां ईधर रामपुर गांव का राजू भी अपने ग्रुप के सारे मुकाबले जीत कर फाइनल मे पहुँच चूका था ।। दोनों अपना मुकाबला होने से पहले अपने - अपने कैंप मे थोड़ा आराम कर रहे थे की तभी राजू ने मैच रेफरी को जग्गु के कैम्प मे जाते देखा ।।राजु ने उसका पीछा किया ।। उसने देखा कि जगु मैच रेफरी को पैसो से बहरा बेग दे रहा है और उसे ही जीताने की बात कह रहा है ।।
लेकिन राजू वहां उनके कैंप मे ही पहुँच जाता है और वो रेफ़री को रेंगे हथो पकड़ लेता है और जगु से कहता है कि तो इस तरह तुम अपने सरे मुकाबले जीतते आये हो ।। जग्गु राजू को वह देख घबरा जाता है और राजू पर हमला कर देता है ।। लेकिन राजू मैच रेफरी और जग्गु की बुरी तरह से पिटायी कर महराज के कैंप मे ले जाता है और सारी बात बताता है।। रेफ़री सब सच उगल देता है और महाराज को बताता है की जगु धोखे से दूसरे पहलवान की कमर पर मीटी लगा देता था और मे दूसरे पहलवान के दोनों कंधे ज़मीन पर लगे बिना ही जग्गु को विजेता घोषित कर देता था ।।
इस तरहा जग्गु आज तक जीतता आया था ।। महराज जग्गु और मैच रेफरी को जेल भेज देते है और कुस्ती का खेल अगले दिन दोबारा सुरु किया जाता है जिसमे राजू प्रतियोगिता जीत कर अपने गांव का नाम रोशन करता है ।।
तो बच्चो इस तरहा राजू ने अपनी समझदारी और बहादूरी से जग्गु का पर्दाफ़ाश किया और खेल प्रतियोगिता भी जीती
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