Hindi kahaniya :-
* भुखा मगरमच्छ *
एक बार रामपुर गाँव मे सूखे जैसे हालात पैदा हो गए ।। बारिसे कम हो गयी थी ।। जमींन मे पानी का स्तर भी बहुत निचे चला गया था ।। कुएँ सुख रहे थे ।। ऐसे मे रामपुर गाँव के राजा ने फैसला लिया की ।। गाऊ मे कुवों का पानी सिर्फ पीने के लिए इस्तमाल किया जाएग।। राजा ने आदेश दिया की सभी लाेग अपने जानवरो को नदी किनारे नहलाने ले जाएंगे और कपड़े आदि भी नदी किनारे ही धोने के लिए जाये ।।
सभी गॉव वाले महाराज की आज्ञा मान कर नदी किनारे ही जाने लगे ।। कुछ दिनों तक सब कुछ अच्छा चलता रहा ।। राजू और उसके दोस्त भी नदी किनारे ही खेलने जाया करते थे ।। एक दिन जब सभी जानवर पानी मे नहा रहे थे तो तभी अचानक से सभी जानवर पानी से निकल कर भागने लगे सभी जानवरो के बहार आने के बाद शामू कुम्हार की 1 घोड़ी ग़ायब थी ।। वो बहुत परेशान हो गया ।। राजू हो हैरानी हुई की अचानक से सभी जानवर पानी से बाहर कैसे आ गए ।।
वो पानी मे कुद जाता है और इस कारण का पता लगता है।। तभी उसे पानी मे एक मगरमछ तेजी से अपनी और आते दिखाई देता है ।। राजू डर जाता है और जल्दी से पानी से बहार निकल कर अपने जान बचाता है ।। अब सभी का नदी पर जाना भी मुस्किल हो गया था ।। क्युंकी वो मगरमछ नदी मे जाते ही हमला कर देता था ।। महारज को खबर हुई तो वो अपने सैनिकों को साथ लेकर मगरमच्छ को पकडने चल पड़ते है | वो अपने सैनिको से कहकर मगरमच्छ पर जाल फैकवाते है लेकिन मगरमच्छ इतना ताकतवर होता है को जाल को पकड़ रहे सैनिकों को ही पानी मे घसीट लेता है ।। सभी सैनिक जाल को छोड़ देते है और भाग कर अपनी जान बचाते है ।।
ये समस्या बहुत गंभीर हो चुकी थी ।। महाराज ने राजू को इस समस्या का हल निकालने के लिया कहा ।। राजू नदी किनारे जाता है और देखता है की वो मगरमछ बहुत ताकतवर है ।। हम इसे ऐसे नहीं पकड़ सकते ।। राजू ने एक तरक़ीब सोची ।। उसने नदी के बहाव की तरफ एक जाल लगा दिया ताकि कोई मच्छलि पानी मे बहकर मगरमछ की तरफ ना जा सके ।। ऐसा कर वो मगरमच्छ पर रोज़ नजर रखने लगा ।। जाल की वजह से मच्छलियां नदी मे मगरमछ की तरफ नहीं आ सकती थी और गॉव से भी कोई नदी की तरफ नहीं आता था ।।
तो मगरमछ को कुछ भी खाने को नहीं मिल रहा था ।।जिसकी वजह से वो बहुत कमजोर हो चूका था ।। धीरे - धीरे वो इतना कमजोर हो गया की नदी किनारे आ कर बेहोश हो गया ।। राजू ने इस मौके का फायदा उठाया और अपने दोस्तों के साथ मिल कर उस मगरमच्छ को एक जाल मे फंसा कर रासि से जकड लिया ।। मगरमच्छ भुख से कमजोर होने के कारण अपने आप को नहीं छुडा पाया ।। इतने मे महराज और सभी गॉव वाले भी वहां पहुंच गये थे और मगरमच्छ को जाल में देखकर सभी राजू की तरक़ीब और उसके दोस्तों के साहस से बहुत खुश हुए।।
महराज ने उस मगरमच्छ को दूर कहीं जंगल की एक नदी मे छुडवा दिया ।। अब सभी ख़ुशी - ख़ुशी नदी किनारे जाते और जानवर भी अच्छे से नदी मे नहाते और पानी पीते।। जल्द ही बारिशे होने लगी और रामपुर गाँव मे फिर से खुशियो का माहोल हो गया ।।
तो बच्चो राजू ने अपनी समझदारी और बहदुरी से गाँव वालो की जान बचायी और जानवरो को भी प्यसा मरने से बचा लिया ।। तो आप भी राजू की तरह ही समझदार और बहदुर बने ।।
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